कोरबा, 07 जनवरी । जिले में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां पोड़ी उपरोड़ा स्थित कस्तूरबा बालिका हॉस्टल में रहकर 11वीं में अध्ययन करने वाली एक नाबालिक छात्रा ने बीती रात हॉस्टल में ही एक बच्ची को जन्म दिया । यह घटना तब सामने आई जब हॉस्टल अधीक्षिका श्रीमती रात्रे को इसकी जानकारी मिली। उन्होंने छात्रा से पूछताछ की, लेकिन छात्रा ने अपनी संतान होने से इनकार कर दिया।
इसके बाद, हॉस्टल प्रशासन ने छात्रा के माता-पिता को बुलाया, जो पौड़ी उपरोड़ा से लगभग 40 किलोमीटर दूर रहते हैं। छात्रा की मां ने बताया कि उन्हें भी अपनी बेटी के गर्भवती होने की कोई जानकारी नहीं थी।
इस घटना के बाद, शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है, और वरिष्ठ अधिकारी हॉस्टल पहुंचकर मामले की जांच कर रहे हैं। अभी तक, नाबालिग छात्रा ने अपने शिशु को स्वीकार नहीं किया है। कार्रवाई करते हुएइधर प्रशासन ने छात्रावास अधीक्षक को निलंबित करदया है
यह घटना कई सवाल खड़े करती है, जैसे कि क्या हॉस्टल प्रशासन को इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए पर्याप्त कदम उठाने चाहिए थे? और क्या छात्रा को सही तरीके से समर्थन और मार्गदर्शन प्रदान किया जा रहा है, छात्र और बच्चों को बरारद कर जिला चिकित्सालय कोरबा ले जाया गया है साथ ही संबंधित आरोपी को चन्हित कर बांगो पुलिस जांच पड़ताल कर रही है क्षेत्र वासियों का ऐसा मानना है की छात्राओं का प्रेगनेंसी टेस्ट अनिवार्य होनी चहिए ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके,,,

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