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कटघोरा तहसील दुर्गा उत्सव समिति द्वारा 43वें वर्ष, भव्य पंडाल में मां भवानी की आराधना: नवरात्रि महोत्सव में भक्ति का अनोखा संगम,,

कटघोरा तहसील दुर्गा उत्सव समिति द्वारा 43वें वर्ष, भव्य पंडाल में मां भवानी की आराधना: नवरात्रि महोत्सव में भक्ति का अनोखा संगम,,

कटघोरा, 22 सितंबर 2025: शारदीय नवरात्रि के पावन अवसर पर छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के कटघोरा तहसील प्रांगण में दुर्गा उत्सव समिति ने 43वें वर्ष का भव्य आयोजन शुरू कर दिया है। इस वर्ष विशाल पंडाल का निर्माण कराया गया है, जहां जगत जननी मां भवानी विराजमान हैं। पूरा नगर मां भवानी की महिमा का गुणगान कर रहा है, और भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। समिति के तत्वावधान में आयोजित इस नव दिवसीय उत्सव में पंडित श्री घनश्याम दुबे के सानिध्य में पूजा-अर्चना, आरती और मधुर भजनों के साथ हो रहा है। यह परंपरा विगत 43 वर्षों से लगातार जारी है, जो कटघोरा की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर का प्रतीक बनी हुई है।
43 वर्ष पुरानी परंपरा का प्रारंभ: भक्ति और श्रद्धा का प्रतीक
कटघोरा तहसील दुर्गा उत्सव समिति का गठन 1982 में हुआ था, और तब से हर वर्ष शारदीय नवरात्रि पर यह भव्य आयोजन किया जाता है। इस वर्ष 22 सितंबर से शुरू हो रहे महोत्सव में मां भवानी की प्रतिमा को विशेष रूप से सजाया गया है, जो भक्तों को आकर्षित कर रही है। समिति के सदस्यों के अनुसार, यह पंडाल न केवल धार्मिक स्थल है, बल्कि समुदायिक एकता का केंद्र भी है, जहां विभिन्न वर्गों के लोग एकत्र होकर मां की भक्ति में लीन होते हैं। पंडित घनश्याम दुबे, जो वर्षों से इस उत्सव के आध्यात्मिक संरक्षक हैं, ने बताया कि मां भवानी की आराधना से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि प्राप्त होती है। उन्होंने भक्तों से आह्वान किया कि वे पूर्ण श्रद्धा के साथ भाग लें।

दैनिक पूजा-अर्चना का क्रम: आरती और भजन से गूंजेगा पंडाल
उत्सव का मुख्य आकर्षण सुबह-शाम की आरती है, जिसे मुख्य अजमान राम विशाल और सरस्वती जायसवाल द्वारा संपन्न किया जा रहा है। विगत कई वर्षों से यह परंपरा निभाई जा रही है, जो उत्सव को और भी जीवंत बनाती है। 

विनोद जायसवाल
विनोद जायसवाल
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