कोरबी पुलिस की बड़ी सफलता: गौ तस्करी के मामले में मुख्य आरोपी झारखंड से गिरफ्तार,,,

कोरबा कोरबी—- चोटिया: कोरबी पुलिस ने गौ तस्करी के एक गंभीर मामले में बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने लगभग 60 मवेशियों को बूचड़खाने ले जाए जाने से बचा लिया और मामले के मुख्य आरोपी को पड़ोसी राज्य झारखंड से गिरफ्तार कर लिया है।
गौ तस्करी का मामला और मवेशियों की बरामदगी
यह मामला 23 सितंबर की रात का है। कोरबी पुलिस को सूचना मिली थी कि गौ तस्करों द्वारा बड़ी संख्या में मवेशियों को झारखंड के बूचड़खाने ले जाया जा रहा है और उन्हें ग्राम भुजूंग कछार (घुंचापुर) स्थित छीता बांध जंगल मार्ग पर छिपाकर रखा गया है।
ग्रामीणों की सूचना पर, कोरबी चौकी पुलिस ने मौके पर त्वरित कार्रवाई की। पुलिस ने घटनास्थल से ट्रक क्रमांक CG 14 MF 1374 को पकड़ा। हालांकि, ट्रक चालक अंधेरे का फायदा उठाकर एक स्कॉर्पियो वाहन से फरार होने में सफल रहा।
पुलिस ने मौके से ट्रक में भरे 30 मवेशियों को और पास के जंगल में छिपाकर रखे गए 30 मवेशियों को सुरक्षित मुक्त कराया। इस तरह कुल 60 मवेशियों को बूचड़खाने जाने से बचाया गया।
मवेशियों को मिली राहत और उपचार
मुक्त कराए गए सभी मवेशियों को उपचार के लिए भेजा गया। उपचार के उपरांत, उन्हें पोड़ी उपरोड़ा पशु चिकित्सा विभाग की देखरेख में सुरक्षित केंदई गौशाला में स्थानांतरित कर दिया गया है।
मुख्य आरोपी झारखंड से गिरफ्तार
कोरबी चौकी प्रभारी सुरेश कुमार जोगी के नेतृत्व में पुलिस की एक विशेष टीम लगातार जांच और छापामारी कर रही थी। इस गहन अभियान के तहत, पुलिस ने आखिरकार मामले के मुख्य आरोपी और वाहन मालिक को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार मुख्य आरोपी का विवरण:
- नाम: युनूस अंसारी
- पिता: सफरुद्दीन अंसारी
- उम्र: 39 वर्ष
- पता: कुरैशी मोहल्ला, इस्लामनगर, लोहरदगा (झारखंड)
आरोपी के खिलाफ धारा 4, 6 और 10 छत्तीसगढ़ कृषक पशु परिक्षण अधिनियम 2024 के तहत मामला दर्ज किया गया है। गिरफ्तारी के बाद, आरोपी को न्यायालय में रिमांड पर पेश किया गया है।
अन्य आरोपियों की तलाश जारी
पुलिस ने बताया है कि मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के बावजूद, इस मामले से जुड़े अन्य फरार आरोपियों की तलाश लगातार जारी है। पुलिस जल्द ही उन्हें भी पकड़ने का दावा कर रही है।
पुलिस टीम का विशेष योगदान और आभार
चौकी प्रभारी सुरेश कुमार जोगी ने इस सफल कार्रवाई में शामिल पुलिस टीम की सराहना की। उन्होंने बताया कि आरक्षक सुधांशु शर्मा, प्रधान आरक्षक आनंद तिर्की, और आरक्षक संजय परमा का इस अभियान में विशेष योगदान रहा।
चौकी प्रभारी ने इस सफलता का श्रेय पुलिस और जनता के सहयोग को दिया। उन्होंने कहा कि “यदि ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों का ऐसा सहयोग मिलता रहा, तो किसी भी गंभीर अपराध का पर्दाफाश करना कठिन नहीं होगा।” यह कार्रवाई पुलिस और स्थानीय समुदाय के बीच बेहतर तालमेल का उदाहरण है।

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