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कोरबा जिला जेल से चार कैदियों की सनसनीखेज फरारी: 72 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली, तलाश तेज,,

कोरबा जिला जेल से चार कैदियों की सनसनीखेज फरारी: 72 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली, तलाश तेज,,

कोरबा, 05 अगस्त 2025: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिला जेल से चार खूंखार कैदियों के दीवार फांदकर फरार होने की घटना ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है। 48 घंटे बीत जाने के बावजूद पुलिस को इन फरार कैदियों का कोई सुराग नहीं मिल सका है। इस घटना ने न केवल जेल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी उंगलियां उठ रही हैं। इन फरार कैदियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है और दो विशेष टीमें गठित की गई हैं, जिनमें करीब 50 जवान शामिल हैं। इसके साथ ही, साइबर सेल को भी सक्रिय कर तकनीकी सहायता ली जा रही है। पुलिस ने इन फरार कैदियों की जानकारी देने वाले को 10,000 रुपये के नकद इनाम की घोषणा की है, साथ ही सूचना देने वालों की पहचान गोपनीय रखने का वादा किया है।

           ,,कैसे हुई फरारी,,,

यह सनसनीखेज घटना शनिवार, 02 अगस्त 2025 को दोपहर 3:00 से 4:00 बजे के बीच की है। पुलिस और जेल प्रशासन के अनुसार, इस दौरान जेल परिसर में लगभग 15 मिनट के लिए बिजली गुल हो गई थी। इसी अवसर का फायदा उठाकर चारों कैदी जेल की दीवार फांदकर फरार हो गए। ये सभी कैदी गंभीर अपराधों—पॉक्सो एक्ट और बलात्कार जैसे संगीन मामलों—में जिला जेल में बंद थे। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि बिजली गुल होने के दौरान जेल के सीसीटीवी कैमरे भी बंद हो गए थे, जिसके कारण कैदियों की इस हरकत को तुरंत पकड़ा नहीं जा सका।

जेल प्रशासन के सूत्रों के अनुसार, फरार होने वाले कैदियों ने पहले से ही इस योजना को अंजाम देने की तैयारी कर ली थी। दीवार फांदने के लिए उन्होंने रस्सियों या अन्य सामग्री का उपयोग किया हो सकता है, हालांकि इसकी पुष्टि के लिए जांच जारी है। इस घटना ने जेल की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है, और स्थानीय लोग जेल प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठा रहे हैं।

,,पुलिस की कार्रवाई: तलाश में कोई कसर नहीं,,

फरार कैदियों की तलाश के लिए कोरबा पुलिस ने युद्धस्तर पर अभियान शुरू कर दिया है। पुलिस ने दो विशेष टीमें गठित की हैं, जिनमें अनुभवी अधिकारियों और जवानों को शामिल किया गया है। इन टीमों को अलग-अलग क्षेत्रों में तलाशी के लिए जिम्मेदारी दी गई है। इसके साथ ही, साइबर सेल को भी सक्रिय किया गया है, जो फरार कैदियों के डिजिटल फुटप्रिंट्स, जैसे मोबाइल लोकेशन या सोशल मीडिया गतिविधियों, की निगरानी कर रही है।
पुलिस ने फरार कैदियों की तस्वीरें और विवरण सार्वजनिक कर दिए हैं, ताकि आम जनता भी उनकी पहचान में मदद कर सके। इन कैदियों की जानकारी देने वाले को 10,000 रुपये का नकद इनाम देने की घोषणा की गई है। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि सूचना देने वालों की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी। इसके लिए पुलिस ने कंट्रोल रूम और अन्य संपर्क नंबर जारी किए हैं:
पुलिस कंट्रोल रूम, कोरबा: 9479193399
पुलिस टीम नंबर: 9479280226, 07759224031

   ,,कौन हैं ये फरार कैदी,,

पुलिस सूत्रों के अनुसार, फरार हुए चारों कैदी गंभीर अपराधों में शामिल हैं। इनमें से कुछ पर पॉक्सो एक्ट के तहत नाबालिगों के खिलाफ यौन अपराध के मामले दर्ज हैं, जबकि अन्य पर बलात्कार जैसे संगीन आरोप हैं। इन कैदियों के नाम और अन्य विवरण अभी सार्वजनिक नहीं किए गए हैं, लेकिन पुलिस ने इनकी तस्वीरें और पहचान के लिए आवश्यक जानकारी स्थानीय थानों और आसपास के जिलों में साझा की है।
जेल प्रशासन पर उठ रहे सवाल
इस घटना ने कोरबा जिला जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। स्थानीय लोगों और विशेषज्ञों का कहना है कि जेल में बिजली गुल होने के दौरान वैकल्पिक व्यवस्था, जैसे जनरेटर या बैकअप पावर, की कमी इस घटना का प्रमुख कारण हो सकती है। इसके अलावा, जेल में सीसीटीवी कैमरों की कार्यक्षमता और कर्मचारियों की तैनाती पर भी सवाल उठ रहे हैं। विपक्षी दलों ने इस घटना को लेकर सरकार और जेल प्रशासन की कड़ी आलोचना की है, और इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
पुलिस की रणनीति और जनता से अपील
पुलिस ने फरार कैदियों को पकड़ने के लिए बहुआयामी रणनीति अपनाई है। दोनों विशेष टीमें अलग-अलग दिशाओं में काम कर रही हैं। एक टीम कोरबा शहर और आसपास के क्षेत्रों में तलाशी ले रही है, जबकि दूसरी टीम पड़ोसी जिलों और संभावित ठिकानों पर नजर रख रही है। पुलिस ने रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, और अन्य प्रमुख स्थानों पर नाकाबंदी कर दी है। इसके साथ ही, स्थानीय मुखबिरों और गुप्त सूत्रों से भी जानकारी जुटाई जा रही है।

पुलिस अधीक्षक (एसपी) कोरबा ने एक बयान में कहा, “हमारी टीमें पूरी मुस्तैदी के साथ फरार कैदियों की तलाश में जुटी हैं। हमें विश्वास है कि जल्द ही इन आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा और उन्हें कानून के सामने लाया जाएगा। आम जनता से अपील है कि अगर उन्हें इन कैदियों के बारे में कोई भी जानकारी मिले, तो वे तुरंत पुलिस से संपर्क करें। उनकी पहचान पूरी तरह सुरक्षित रखी जाएगी।”चार खूंखार कैदियों के फरार होने की खबर से कोरबा और आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल है। खासकर, जिन इलाकों में ये कैदी फरार हुए हैं, वहां लोग सतर्कता बरत रहे हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि पुलिस को और तेजी से कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि इन अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके।

            आगे क्या?

पुलिस और जेल प्रशासन इस मामले को लेकर दबाव में हैं। इस घटना ने एक बार फिर जेलों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए जेलों में आधुनिक तकनीक, जैसे हाई-रिजॉल्यूशन सीसीटीवी, बायोमेट्रिक सिस्टम, और पर्याप्त सुरक्षा कर्मियों की तैनाती जरूरी है।
फिलहाल, पुलिस का खोज अभियान पूरे जोर-शोर से जारी है। यह देखना बाकी है कि क्या पुलिस इन फरार कैदियों को जल्द पकड़ पाएगी, या यह मामला और जटिल होता जाएगा। इस बीच, कोरबा की जनता और प्रशासन दोनों की निगाहें पुलिस की कार्रवाई पर टिकी हैं।
संपर्क करें: यदि आपके पास इन फरार कैदियों के बारे में कोई जानकारी है, तो कृपया तुरंत कोरबा पुलिस से संपर्क करें। आपकी छोटी-सी सूचना इन अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचा सकती है।

विनोद जायसवाल
विनोद जायसवाल
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