HomeUncategorizedकोरबी आत्मानंद हाई सेकेंडरी विद्यालय: नए प्रभारी प्राचार्य जीवनलाल जगत की नियुक्ति...

कोरबी आत्मानंद हाई सेकेंडरी विद्यालय: नए प्रभारी प्राचार्य जीवनलाल जगत की नियुक्ति से नई उम्मीद, लेकिन शिक्षक अभाव बनी चुनौती,, 

कोरबी आत्मानंद हाई सेकेंडरी विद्यालय: नए प्रभारी प्राचार्य जीवनलाल जगत की नियुक्ति से नई उम्मीद, लेकिन शिक्षक अभाव बनी चुनौती,, 

कोरबा कटघोरा—–  पोड़ी-उपरोड़ा विकासखंड के ग्राम पंचायत कोरबी में संचालित स्वामी आत्मानंद हिंदी-इंग्लिश मीडियम हाई सेकेंडरी विद्यालय में हाल ही में नए प्रभारी प्राचार्य जीवनलाल जगत की नियुक्ति हुई है। यह नियुक्ति पूर्व प्रभारी प्राचार्य गुलाब गढ़ेवाल के हृदयघात से आकस्मिक निधन के बाद की गई, जिसके कारण विद्यालय की व्यवस्थाएं कुछ समय के लिए अव्यवस्थित हो गई थीं। नए प्राचार्य के आगमन से विद्यालय में उत्साह का माहौल है, लेकिन शिक्षकों की कमी और अन्य बुनियादी समस्याएं अभी भी चुनौती बनी हुई हैं।


नई नियुक्ति और विद्यालय में उत्साह
स्वामी आत्मानंद हिंदी-इंग्लिश मीडियम हाई सेकेंडरी विद्यालय, कोरबी, ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। पूर्व प्रभारी प्राचार्य गुलाब गढ़ेवाल के निधन के बाद विद्यालय का संचालन प्रभावित हो रहा था। इस स्थिति को गंभीरता से लेते हुए जिला शिक्षा अधिकारी ने ग्राम लाद के हाई स्कूल के प्राचार्य श्री जीवनलाल जगत को प्रभारी प्राचार्य की जिम्मेदारी सौंपी। 17 जुलाई 2025 को प्रभार ग्रहण करने के बाद श्री जगत ने तत्काल विद्यालय का दौरा किया और सभी कक्षाओं, एवं नवीन आत्मानंद भवन, कंप्यूटर लैब, और नवीन कन्या छात्रावास का निरीक्षण किया।


निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि आत्मानंद भवन का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है, लेकिन लाइटिंग का काम अभी बाकी है। नवीन कन्या छात्रावास में संचालन शुरू हो गया है, और अधीक्षिका श्रीमती जयसवाल मेडम ने बताया कि भवन को छात्राओं की सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाया गया है। हालांकि, छात्रावास की सुरक्षा के लिए बाउंड्री वॉल की कमी एक बड़ी समस्या है। अधीक्षिका ने प्राचार्य को सुझाव दिया कि यदि बाउंड्री वॉल का निर्माण शीघ्र कर लिया जाए, तो छात्रावास पूरी तरह सुरक्षित हो जाएगा।

शिक्षकों की कमी: शिक्षा व्यवस्था पर संकट,,

विद्यालय के शिक्षकों ने प्रभारी प्राचार्य को बताया कि इंग्लिश मीडियम की कक्षाएं सुबह 7:00 बजे से संचालित होती हैं, जिसमें लगभग 350 छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं। लेकिन, इन कक्षाओं के लिए केवल चार शिक्षक उपलब्ध हैं, जो शिक्षा व्यवस्था को प्रभावित कर रहा है। शिक्षकों की कमी के कारण पढ़ाई की गुणवत्ता पर असर पड़ रहा है, और कई अभिभावक अपने बच्चों को अन्य स्कूलों में दाखिल करने को मजबूर हो रहे हैं। पूर्व प्रभारी प्राचार्य गुलाब गढ़ेवाल ने इस समस्या को कई बार जिला शिक्षा कार्यालय के समक्ष उठाया था, लेकिन शिक्षकों की भर्ती या स्थानांतरण की प्रक्रिया अभी तक पूरी नहीं हो सकी है।
इस समस्या ने छात्रों को भी आंदोलित किया है। उन्होंने अपने भविष्य को लेकर चिंता जताते हुए कोरबा जिला कलेक्टर के जनदर्शन कार्यक्रम में अपनी शिकायत दर्ज की। छात्रों का कहना है कि शिक्षकों की कमी के कारण उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है, और यह उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ है। यह स्थिति न केवल शिक्षा की गुणवत्ता को प्रभावित कर रही है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों के लिए उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा के सरकारी दावों पर भी सवाल उठा रही है।

प्रभारी प्राचार्य की प्रतिबद्धता:

पुरानी शिक्षण पद्धति और शिक्षा सुधार
नव नियुक्त प्रभारी प्राचार्य जीवनलाल जगत ने विद्यालय परिवार को एकजुट होकर काम करने का आह्वान किया है। अपने अनुभव को साझा करते हुए उन्होंने बताया कि उनके मूल विद्यालय, लाद हाई स्कूल, जिले का पहला स्कूल है जिसने 100% परिणाम हासिल किया है। उन्होंने कहा, “हम सब मिलकर शिक्षा की गति को आगे बढ़ाएंगे और अपने दायित्वों को ईमानदारी और समर्पण के साथ निभाएंगे।”
श्री जगत ने शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए पुरानी शिक्षण पद्धतियों को पुनर्जनन की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने सुझाव दिया कि शिक्षकों को छात्रों को गृह कार्य के रूप में इमला (लिखावट अभ्यास) देना चाहिए, ताकि उनकी लिखावट की गति और शुद्धता में सुधार हो। इसके अलावा, उन्होंने शिक्षकों के साथ विभिन्न चर्चाएं कीं, जिनमें कक्षाओं में नियमितता, अनुशासन, और परीक्षा परिणामों में सुधार जैसे विषय शामिल थे।
जिला प्रशासन और स्वामी आत्मानंद योजना
कोरबा जिला प्रशासन स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय योजना के तहत ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रयासरत है। इस योजना के तहत कोरबी में हिंदी और इंग्लिश मीडियम स्कूल संचालित किए जा रहे हैं। जिला प्रशासन ने हाल ही में संविदा और प्रतिनियुक्ति के आधार पर शिक्षकों की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किए हैं, जिसमें व्याख्याता, सहायक शिक्षक, और अन्य पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। हालांकि, इन प्रक्रियाओं के बावजूद कोरबी जैसे स्कूलों में शिक्षकों की कमी अभी भी बनी हुई है।
कलेक्टर अजीत वसंत ने हाल ही में एक समीक्षा बैठक में शिक्षकों को निर्देश दिए थे कि पढ़ाई में कमजोर बच्चों पर विशेष ध्यान दिया जाए और अतिरिक्त कक्षाएं आयोजित की जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि डीएमएफ (जिला खनिज निधि) के तहत नियुक्त अतिथि व्याख्याताओं की निरंतरता उनके परीक्षा परिणामों पर निर्भर करेगी। यह दर्शाता है कि जिला प्रशासन शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर गंभीर है, लेकिन जमीनी स्तर पर इन योजनाओं का प्रभावी कार्यान्वयन अभी चुनौती बना हुआ है।

,,आवश्यक कदम और समाधान,,

कोरबी आत्मानंद हाई सेकेंडरी विद्यालय की समस्याओं के समाधान के लिए निम्नलिखित कदम उठाए जा सकते हैं:
शिक्षकों की भर्ती: तत्काल आधार पर इंग्लिश मीडियम कक्षाओं के लिए पर्याप्त शिक्षकों की भर्ती या स्थानांतरण किया जाए।
बुनियादी सुविधाओं में सुधार: नवीन आत्मानंद भवन में लाइटिंग का काम पूरा किया जाए और कन्या छात्रावास में बाउंड्री वॉल का निर्माण शीघ्र किया जाए।
नियमित निरीक्षण और निगरानी: जिला शिक्षा अधिकारी और विकासखंड शिक्षा अधिकारियों को विद्यालयों की नियमित मॉनिटरिंग करनी चाहिए ताकि समस्याओं का त्वरित समाधान हो सके।
छात्रों और अभिभावकों की भागीदारी: अभिभावकों और छात्रों की शिकायतों को गंभीरता से लिया जाए और उनकी भागीदारी से शिक्षा सुधार के लिए योजनाएं बनाई जाएं।
शिक्षण पद्धति में नवाचार: प्रभारी प्राचार्य द्वारा सुझाई गई पुरानी पद्धतियों (जैसे इमला लेखन) के साथ-साथ डिजिटल शिक्षण उपकरणों का उपयोग बढ़ाया जाए।
निष्कर्ष
जीवनलाल जगत की नियुक्ति ने कोरबी आत्मानंद हाई सेकेंडरी विद्यालय में नई उम्मीद जगाई है। उनके अनुभव और समर्पण से विद्यालय की शिक्षा व्यवस्था में सुधार की संभावना है। हालांकि, शिक्षकों की कमी और बुनियादी सुविधाओं की कमियों को दूर करना अभी भी एक बड़ी चुनौती है। जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग को तत्काल कार्रवाई करनी होगी ताकि छात्रों के भविष्य के साथ हो रहे खिलवाड़ को रोका जा सके। स्वामी आत्मानंद योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है, और इस लक्ष्य को साकार करने के लिए ठोस कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। प्रभारी प्राचार्य जीवनलाल जगत के नेतृत्व में विद्यालय परिवार यदि एकजुट होकर काम करे, तो निश्चित रूप से कोरबी के बच्चे बेहतर शिक्षा और उज्ज्वल भविष्य की ओर अग्रसर हो सकते हैं।

विनोद जायसवाल
विनोद जायसवाल
जन जन की आवाज़

Must Read